Uttrakhand Sensational crime, Rape and murder of a nurse: उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर से एक चौंकाने वाला अपराध सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। पुलिस ने एक नर्स की निर्मम हत्या और बलात्कार के मामले को सुलझाते हुए आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार किया है। यह घटना 30 जुलाई की है जब पीड़ित नर्स अचानक गायब हो गई थी। नर्स के परिवार वालों ने 31 जुलाई को रुद्रपुर कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू की।
पुलिस द्वारा की गई जांच में पाया गया कि नर्स का शव 8 अगस्त को उत्तर प्रदेश के बिलासपुर जिले में डिबडिबा के पास झाड़ियों में मिला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि पहले नर्स के साथ बलात्कार किया गया और फिर उसका गला घोंटकर हत्या कर दी गई। नर्स एक निजी अस्पताल में कार्यरत थी और वह 30 जुलाई को काम से वापस लौट रही थी। सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि वह उत्तर प्रदेश के बिलासपुर जिले के डिबडिबा क्षेत्र में जाती हुई नजर आई थी। इसी दिशा में जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने नर्स के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया और संदिग्धों की तलाश शुरू की।
पुलिस की कई टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर संदिग्ध की खोज की, लेकिन पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग राजस्थान में मिला। एसएसपी ऊधम सिंह नगर, मंजुनाथ टीसी ने जानकारी दी कि आरोपी धर्मेंद्र और उसकी पत्नी खुशबू को राजस्थान के जोधपुर से हिरासत में लिया गया और फिर उन्हें रुद्रपुर लाया गया। पुलिस पूछताछ में धर्मेंद्र ने अपना जुर्म कबूल किया। उसने बताया कि 30 जुलाई की शाम को उसने नर्स को वसुंधरा कॉलोनी जाने वाली सड़क पर अकेला देखा और उसी समय उसकी नीयत खराब हो गई। उसने अंधेरे का फायदा उठाकर नर्स को जबरदस्ती झाड़ियों में खींच लिया, जहां उसने नर्स के साथ बलात्कार करने का प्रयास किया। जब नर्स ने विरोध किया, तो उसने नर्स का सिर जमीन पर पटक दिया और उसके साथ बलात्कार किया। अंत में, उसने नर्स की चुन्नी से उसका गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
इस जघन्य अपराध के बाद आरोपी ने नर्स का मोबाइल फोन और 30 हजार रुपये लेकर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से आरोपी का पता लगाया और राजस्थान से गिरफ्तार किया। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
यह घटना कोलकाता में जूनियर डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या की घटना की याद दिलाती है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। उस मामले की तरह ही यहां भी उत्तराखंड (Uttrakhand) के ऊधम सिंह नगर में नर्स के साथ घिनौना अपराध हुआ है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की तह तक जाने के लिए जांच जारी है।
उत्तराखंड के रुद्रपुर में हुए इस नृशंस अपराध पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर एपी अंशुमान ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा के मामले को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस ने हर थाने में महिला हेल्प डेस्क की व्यवस्था की है ताकि किसी भी महिला को आपातकालीन स्थिति में मदद मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने सभी कामकाजी महिलाओं से गौरा देवी एप का इस्तेमाल करने की अपील की, जिससे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
पुलिस के मुताबिक, इस पूरे मामले की जांच में सीसीटीवी फुटेज का खासा महत्व रहा। जब नर्स इन्द्राचौक रुद्रपुर से टेंपो में बैठी थी, तो सीसीटीवी कैमरे में उसे देखा गया था। हालांकि, वह अपने किराए के मकान वसुंधरा अपार्टमेंट, काशीपुर रोड, रुद्रपुर नहीं पहुंची। इसके बाद यूपी पुलिस ने झाड़ियों से नर्स का शव बरामद किया था और मामले की सच्चाई उजागर करने के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया था।
पुलिस की तत्परता और तकनीकी जांच ने इस केस को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई। पुलिस ने बरेली जिले के साही थाना क्षेत्र के तुरसा पट्टी गांव से शुरू होकर(Haryana) हरियाणा, यूपी और अंततः राजस्थान तक संदिग्ध की खोज की। आखिरकार, आरोपी धर्मेंद्र को राजस्थान के जोधपुर से गिरफ्तार कर लिया गया, जिससे इस संवेदनशील मामले का खुलासा हुआ।
अब पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है और मामले की जांच अभी भी जारी है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस अपराध के हर पहलू की जांच पूरी तरह से हो।