Uttarakhand Jobs: उत्तराखंड की देवभूमि से संबंध रखने वाली महिलाओं के लिए एक बड़ी और उत्साहजनक खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) की सरकार के निरंतर प्रयासों का फल अब मिल रहा है, जिससे यहां की महिलाओं को देश की एक जानी-मानी और प्रतिष्ठित कंपनी, टाटा समूह (Tata Group) में नौकरी पाने का सुनहरा अवसर मिला है। यह रोजगार अवसर उत्तराखंड की 4000 महिलाओं के लिए है, जो तमिलनाडु और कर्नाटक स्थित टाटा के प्लांट्स में काम करेंगी। यह राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और महिलाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा।
सरकार के प्रयास और उनकी सफलता
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली उत्तराखंड सरकार ने लगातार युवाओं और महिलाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खोलने के प्रयास किए हैं। यह ताजगी भरी खबर उन्हीं प्रयासों का परिणाम है। धामी सरकार ने कई योजनाओं के जरिए राज्य के युवाओं को उद्योगों के साथ जोड़कर रोजगार के अवसर उत्पन्न किए हैं। सरकार के इन्हीं प्रयासों की बदौलत अब टाटा समूह ने उत्तराखंड की 4000 महिलाओं को रोजगार देने का निर्णय लिया है। टाटा समूह की यह पहल राज्य की महिलाओं के जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी, जिससे उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनने का अवसर मिलेगा।
टाटा समूह की बड़ी घोषणा
टाटा समूह ने उत्तराखंड सरकार के नियोजन विभाग को सूचित किया है कि वे उत्तराखंड से 4000 महिला अभ्यर्थियों को अपने प्लांट्स में भर्ती करने जा रहे हैं। यह भर्ती टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड के अंतर्गत होगी। टाटा समूह की यह पहल राज्य की महिलाओं को एक बड़ी उपलब्धि के रूप में सामने आ रही है, जिससे उन्हें देश की एक प्रतिष्ठित कंपनी में काम करने का अवसर मिलेगा।
टाटा के होसुर और कोलार प्लांट्स के लिए होगी नियुक्ति
टाटा समूह के चीफ ह्यूमन रिसोर्स आफिसर, रंजन बंदोपाध्याय ने राज्य के नियोजन विभाग के स्टेट पीपीपी एक्सपर्ट एवं नोडल फार ईएपी सुमंता शर्मा को पत्र भेजकर इस बात की जानकारी दी है कि टाटा समूह अपने होसुर (तमिलनाडु) और कोलार (कर्नाटक) स्थित प्लांट्स के लिए उत्तराखंड की महिलाओं को नियुक्त करने जा रहा है। यह नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र ही राज्य में प्रारंभ होगी, जिससे महिलाओं को नौकरी के लिए तमिलनाडु और कर्नाटक के टाटा प्लांट्स में काम करने का अवसर मिलेगा।
चयन प्रक्रिया और योग्यता
टाटा समूह द्वारा जारी की गई भर्ती विज्ञप्ति के अनुसार, इस भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इसमें एनपीएस (नेशनल पेंशन सिस्टम) और एनएटीएस (नेशनल अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग स्कीम) के तहत नियुक्तियां की जाएंगी। एनपीएस के लिए न्यूनतम योग्यता कक्षा 10वीं उत्तीर्ण या कक्षा 12वीं उत्तीर्ण रखी गई है, जबकि एनएटीएस के लिए कक्षा 10, कक्षा 12 और आईटीआई डिप्लोमा की आवश्यकता होगी।
महिला अभ्यर्थियों को इस भर्ती प्रक्रिया में नॉलेज टेस्ट, बीड टेस्ट और पीडीटी से गुजरना होगा। इसके बाद उन्हें शॉप फ्लोर टेक्नीशियन के रूप में नियुक्त किया जाएगा। टाटा समूह ने यह भी घोषणा की है कि चयनित महिलाओं को न केवल वेतन मिलेगा, बल्कि उन्हें रहने, खाने और आने-जाने की सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। इसके अलावा, कंपनी की नीति के अंतर्गत अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी, जो चयनित महिलाओं के जीवन स्तर को सुधारने में मदद करेंगी।
महिलाओं के लिए एक नई शुरुआत
यह अवसर उत्तराखंड की महिलाओं के लिए एक नई शुरुआत है। टाटा समूह जैसे बड़े और प्रतिष्ठित औद्योगिक संस्थान में काम करने का अनुभव न केवल उनके करियर को मजबूत बनाएगा, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाएगा। टाटा समूह ने यह स्पष्ट किया है कि महिलाओं को शॉप फ्लोर टेक्नीशियन के रूप में काम करने का मौका दिया जाएगा, जहां वे उच्च स्तर की तकनीकी स्किल्स हासिल करेंगी। यह न केवल उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगा, बल्कि उनके परिवारों को भी एक बेहतर जीवन प्रदान करेगा।
सरकार की प्राथमिकता और भविष्य की योजनाएं
उत्तराखंड सरकार के नियोजन सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा है कि यह कदम निजी क्षेत्र और सरकार के बीच एक मजबूत साझेदारी का परिणाम है, जिससे राज्य की महिलाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य देश और विदेश दोनों जगहों पर युवाओं और महिलाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोलना है।
इस दिशा में और भी योजनाएं तैयार की जा रही हैं, जिससे राज्य के युवाओं और महिलाओं को देश के विभिन्न हिस्सों में काम करने का अवसर मिलेगा। टाटा समूह की इस पहल से यह साफ हो जाता है कि सरकार और उद्योग जगत मिलकर राज्य के विकास को गति देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।